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Thursday, February 28, 2013

लाभकारी शास्त्रीय वाजीकर योग-

पुष्पधंवा रस- इस योग का सेवन स्त्री और पुरुष दोनों ही के लिए लाभकारी रहता है और यह बहुत ही प्रसिद्ध योग है। इसकी 1-1 गोली सुबह और शाम पीसकर इसमें 1.5 चम्मच मक्खन और मिश्री मिलाकर प्रयोग करने से स्त्री और पुरुष दोनों ही की संभोग करने की शक्ति और रुचि में वृद्धि होती है। इसके ऊपर से दूध में पिंड खजूर को उबालकर खाएं और दूध को पी लें। इसका सेवन करने से लगभग 10 दिनों के अंदर ही शरीर में काम-उत्तेजना जागृत होने लगती है। किसी स्त्री या पुरुष को किसी दुर्घटना या दिमागी चोट के कारण संभोग करने की इच्छा न करती हो तो इसका सेवन करने से उनकी संभोग करने में रुचि जागृत होने लगती है। इसके सेवन से लिंग की नसों में रक्त का संचार होने लगता है जिससे लिंग ज्यादा उत्तेजित होता है और संभोग शक्ति में चरम सुख प्राप्त होता है। जिन दंपतियों के घर में कोई संतान पैदा नहीं होती वह भी इसका सेवन करने से संतान प्राप्ति कर सकते हैं।

वानरी गुटिका- लगभग 150 ग्राम कौंच के बीजों को 2 लीटर दूध में डालकर उबाल लें। उबलने पर जब दूध गाढ़ा हो जाए तो इसे नीचे उतारकर ठंडा कर लें और बीजों के छिलके उतार लें। इसके बाद इन बीजों को बिल्कुल बारीक पीसकर रख लें। अब बीजों की पिट्ठी बनाकर इतनी ही मात्रा में मैदा मिलाकर एकसाथ गूंथ लें। फिर इसमें थोडा सा गिल्ट और मिल्कमेड का गुलाब जामुन पाउडर मिलाकर छोटे-छोटे आकार के गोले बनाकर गाय के घी में हल्का गुलाबी होने तक तलें।
इन्हे एकतार की चाशनी में डालते जाएं। ठंडा होने के बाद इस चाशनी में ही शहद डालकर किसी कांच के बर्तन में सुरक्षित रख लें। इस 1-1 गुलाब जामुन को सुबह और शाम सेवन करने से पुरुष के शरीर में संभोग करने की शक्ति बहुत तेज हो जाती है।

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