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Thursday, February 14, 2013

एक उम्दा किस्म के सेकुलर को मुल्लों से क्या चाहिए होता है जिसके लिए वो हिन्दुओं का इतना विरोध करते है |



१- बकरीद पर गाय या बकरे का गोस्त |

२- मीठी ईद पर थुकी हुयी सिवईयां |

३- पडोसी को पिटवाने के लिए गुंडे |

४- बैठे बिठाये हर रिश्ते में " जान " ढूंढ़ ली जाती है |

५- अपनी माँ बहन से तू कह कर बात करने वाला अम्मी , बाजी ,खाला , फूफी कहना सिख जाता है |

६- कुछ मुफ्त के काम हो जाते है जैसे बिजली , मोटर साइकल , पंचर आदि |

७- बदबू में रहना आ जाता है |

८- बात बात में कसम खाना आ जाता है |

९- कभी मंदिर में ना जाने वाले सेकुलर मजारों पर अपना पिछबाड़ा उठाना सीख जाते है |

१०- अंतिम और सबसे अहम् कारण बिना दहेज़ दिए ही पंचर जोड़ने वाला , खैरात पर काम करने वाला , फल की रेहड़ी लगाने वाला , बच्चो को स्कूल छोड़ने वाली वें का ड्राइवर जैसे गुणों से भरपूर दामाद मिल जाता है ||

तो बनिए सेकुलर क्योकि आज का सेकुलर कल का मुल्ला है ||

जय जय सियाराम ,, जय जय महाकाल ,, जय जय माँ भारती ||

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