पापी लोगो के तन, मन, विचार, व् जीवन पाप से इतने कमजोर हो जाते हे की वे
शक्ति व् सम्पति युक्त होते हुए भी शक्तिहीन रहते हे और वे खुद ही अपने पाप
से मरे हुए होते हे, वे कभी भी किसी भी पुण्यात्मा को नहीं मर सकते....
जेसे रावण, कंस, दुर्योधन व् शिशुपाल आदि शक्ति व् सम्पति में अधिक शक्ति शाली होते हुए भी वे भगवान श्री राम व् योगेश्वर श्री कृष्ण का कुछ भी नहीं बिगड़ पाए...
इसी तरह में भी इश्वर का अमृत पुत्र हु. में इन पापियो से नहीं मरूँगा ....ये पापी मेरे जीवन का अंत नहीं कर पाएंगे, अपितु एसा सोचने वालो का अपने पाप से स्वत: ही अंत हो जायेगा...
यदि कोई मेरे इस भौतिक शारीर का अंत कर भी दे, तो भी राष्ट्रहित में मेने जो वैचारिक क्रांति पैदा की हे, उसे दुनिया की कोई ताकत नहीं मिटा सकती ....
- युग प्रवर्तक श्रधेय स्वामी रामदेवजी महाराज ...
जेसे रावण, कंस, दुर्योधन व् शिशुपाल आदि शक्ति व् सम्पति में अधिक शक्ति शाली होते हुए भी वे भगवान श्री राम व् योगेश्वर श्री कृष्ण का कुछ भी नहीं बिगड़ पाए...
इसी तरह में भी इश्वर का अमृत पुत्र हु. में इन पापियो से नहीं मरूँगा ....ये पापी मेरे जीवन का अंत नहीं कर पाएंगे, अपितु एसा सोचने वालो का अपने पाप से स्वत: ही अंत हो जायेगा...
यदि कोई मेरे इस भौतिक शारीर का अंत कर भी दे, तो भी राष्ट्रहित में मेने जो वैचारिक क्रांति पैदा की हे, उसे दुनिया की कोई ताकत नहीं मिटा सकती ....
- युग प्रवर्तक श्रधेय स्वामी रामदेवजी महाराज ...
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