देखो कैसा खेल चल रहा है देश में ,
चोर घूमते हैं , सफ़ेद और खाकी के भेष में ,
हर घुटाले की पीछे, हाथ कोई खास है ,
चोर को चोर तलाश हैं ,
घुटाले खोरो की रोकिट सी रफ्तार है ,
जाँच टीम की कछुए सी चाल है ,
चोरो को बचाने का हर कानून हमारे पास है ,
चोर को चोर तलाश हैं ,
बच्चो का खाना ,शिक्षा और दवा सब इन्होने खा लिया ,
आम आदमी की थाली से रोटी को भी चुरा लिया ,
आधा देश भूखा मर रहा है ,
नहीं किसीको कोई एहसास है ,
चोर को चोर तलाश हैं ,
ये खेल नेताओ को आ रहा रास है ,
चोर को चोर तलाश हैं , जय हिन्द
No comments:
Post a Comment