Pages

तात्कालिक लेख

Grab the widget  Get Widgets

Friday, February 15, 2013

अभिनव भारत ....

अभिनव भारत की स्थापना स्वातंत्र्यवीर सावरकर ने १९०४ में की थी। संगठन ब्रिटिश शासन से लड़ने के लिए बनाया गया था। सन् १९५२ में सावरकर ने खुद इस संस्था को विसर्जित कर दिया था। उनका कहना था कि स्वतंत्रता प्राप्ति का लक्ष्य पूरा हो गया अब इस संस्था की जरूरत नहीं है।

इस संस्था को २००६ में पुनः गठित किया गया। इस समय (नवम्बर २००८) संगठन की कमान गोपाल गोडसे की बेटी और नाथूराम गोडसे की भतीजी हिमानी सावरकर के हाथों में है। हिमानी विनायक दामोदर सावरकर की बहू भी है।

मालेगाँव बम धमाकों के सिलसिले में बेकसूर आरोपित महान देवी साध्वी प्रज्ञा ठाकुर इस संगठन की सदस्य हैं।

ये पहला सशस्त्र क्रांति संगठन है जिसने भगत सिंह, चंद्रशेखर आजाद, अशफाक उल्ला खान, रामप्रसाद बिस्मिल जैसे क्रांतिकारियों को हथियारों की आपूर्ति करवाई,
सावरकर जी ने सेनापति बापट को बम बनाने की कला सिखने के लिए रूस भेजा और किताबो में बम छिपा छिपा कर भारत भेजे ताकि क्रांतिकारी गतिविधियों को बल मिल सके |

समीर कुलकर्णी, साध्वी प्रज्ञा, मेजर रमेश उपाध्याय, सुधाकर चुतुर्वेदी, सुधाकर द्विवेदी उर्फ़ दयानंद पांडे, कर्नल प्रसाद पुरोहित, अजय राहिरकर. ये सभी अभिनव भारत से जुड़े है
अभिनव भारत चूँकि हिन्दू महासभा का ही एक युवा संगठन है और इसी कारण भारत सरकार ने अभिनव भारत को ख़त्म करने के हिन्दू आतंकवाद का थोथा तानाबाना बुना और भाजपा सरकार के ही एक मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने साध्वी और अभिनव भारत को ख़त्म करने में अहम् भूमिका निभाई,

  

No comments:

Post a Comment