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Wednesday, February 13, 2013

जमाना कितना बदलने लगा हैँ

एक जमाना था जब यूवा देश के लिए मर
मिटने को तैयार रहते थे ।

आज के हम यूवा :-

* उदास क्यो है ?
तो अगला रोते हुये बोलेगा
यार तेरी
भाभी नाराज हो गई ;-(

* अरे ये बालो पर क्या लगा रहा है ?
जवाब मिलेगा
यार सर के कुछ बाल सफेद होने लगे है
ये T.v. पर देखा तो मँगा लिया ।

*कितने रुपये लगे ?
ज्यादा नही , बस 3499 ...

*अरे उस लङकी ने क्या कहा फिर ?
जवाब मिलेगा
अरे साली नखरे करती है
मैने छोङ दिया साली को ।

* अच्छा ये बता इस बार देश का
प्रधानमंत्री कौन बनेगा ?
जवाब मिलेगा
अरे यार ये फालतू के लोगो का काम है
मुझे ये सब बिल्कुल पसन्द नहीँ है ।

* अच्छा देश के लिए तू क्या सोचता है ?
जवाब मिलेगा
छोङ ना यार
क्या देश का रोना लगा रखा है
और आज वैसे भी मेरा मूड खराब है
मेरी जानू ने मेरे MSG का REPLY
नहीँ किया ।
.
.
पहले लङकिया लक्ष्मी बाई जैसी होती थी
ओर आज...

* हे भगवान !
PROFILE PIC. CHANGE किये
2 मिनट हो गयेँ ओर अभी तक
एक भी LIKE नहीँ मिला :-(

* उई माँ . . .
मेरे चैहरे पर मूहासा हो गया :'(

* बाहर कैसे जाउँ
ये कपङे कितने गन्दे लग रहे है
लङके मुझ पर हँसेगे ।

* कोई पुछ ले
देश के लिए क्या सोचती हो ?
जवाब मिलेगा
कौन देश ?

औह
अच्छा वो जो काला चश्मा लगाता है. . .मस्त
है , मगर नखरे बहुत करता है ।
.
.
क्योँ भाई लोगो गलत कहा क्या ??

मैँ लेखक नही हुँ मगर मन मेँ चलते अंतरद्वंद को शान्त करने के लिये लिखता हुँ

सबसे स्वतंत्र रस जो भी अनघ पियेगा
पूरा जीवन केवल वह वीर जियेगा!

"डूबती कश्ती को अब किनारा देना होगा ,
लडखडाते देश को हमें सहारा देना होगा,
लिखना है इतिहास हमे अपने हिन्द का,
फिर इस काम में लहू हमें हमारा देना होगा !"

जय हिन्द जय भारत जय हिंदुत्व जय महाकाल

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