क) यदी हम सोशल मीडिया पर सरकार का विरोध करें तो IT ACT की धारा 66(A) के आधार पर हमें उठाकर हवालात में डाल दिया जाता है |
ख) यदी हम भगवा ध्वज को प्रणाम करें तो"भगवा आतंकी"
ग) यदी हम हिन्दू हित कि बात करें तो"हिन्दू आतंकवादी"
घ) यदी हम"जय श्री राम"या"वन्दे मातरम"बोल दें तो संप्रदायिक या अभिव्यक्ति की आजादी का दुरुपयोग करने वाले |
लेकिन यदी............ ..............
अ) अलीगढ मुस्लिम यूनिवर्सिटी(AMU ) के छात्र"अफजल को शहीद"बतायें तो वे
सभी सेकुलर या ये अभिव्यक्ति कि आजादी का उपयोग ( इस मामले पर मीडिया
चुप्पी साधे बैठा है अभी तक इस बात का कोई जिक्र नही किया है)
आ) दिग्विजय ओसामा को"जी"बोलें या हाफिज सईद को"साहब"तो दिग्विजय सेकुलर या अभिव्यक्ति की आजादी का उपयोग |
इ) अगर गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे आतंकी हाफिज सईद को"श्री"बोलें तो शिंदे सेकुलर या ये भी अभिव्यक्ति की आजादी |
ई) इस्लामाबाद में आतंकी हाफिज सईद के साथ मंच साझा करने वाला कश्मीर का अलगावादी यासीन मलिक आज भी खुला घूम रहा है |
उ) कश्मीर को भारत से अलग करने की बात करने वाली अरुंधती राय भी अभिव्यक्ति की आजादी के नाम पर खुला घूम रही है |
"सरकारी दल्ले"मुझे ये बतायें कि क्या अभिव्यक्ति की आजादी सिर्फ"सारकारी पिल्लो"और"देशद्रोहीयों"के लिये ही है क्या ????
जय श्री राम
वन्दे मातरम्
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